नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के कजान की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए। प्रधानमंत्री ने यात्रा से पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए भारत के लिए ब्रिक्स समूह की अहमियत को रेखांकित किया और विभिन्न विषयों पर गहन चर्चा की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा, “भारत ब्रिक्स को बहुत महत्व देता है और मैं इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर कजान जा रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और रूस के बीच “विशेष रणनीतिक साझेदारी” को और मजबूत करना है। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22-24 अक्टूबर तक रूस की अध्यक्षता में आयोजित किया जा रहा है, जहां पीएम मोदी विभिन्न नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि इस वर्ष का शिखर सम्मेलन “न्यायसंगत वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना” थीम पर आधारित है। इस मंच पर वैश्विक मुद्दों पर व्यापक चर्चा और ब्रिक्स के नए सदस्यों के साथ समूह के विस्तार पर भी बातचीत होगी।
यह यात्रा इस वर्ष प्रधानमंत्री की दूसरी रूस यात्रा है। जुलाई में, पीएम मोदी ने मास्को में 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था, जहां उन्हें रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल” से नवाजा गया था।
ब्रिक्स समूह की शुरुआत 2006 में रूस, भारत और चीन के नेताओं की बैठक से हुई थी और 2024 में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और यूएई को शामिल करके इसका विस्तार किया गया है।