
मुंबई से दबोचा गया मास्टरमाइंड
गुजरात पुलिस को जीएसटी घोटाले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। सूरत क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा (ECO) ने मुख्य आरोपी मोहम्मद सुल्तान कपाड़िया को मुंबई के मीरा रोड इलाके से गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर 1814 करोड़ रुपये की कर चोरी की और सरकार को भारी नुकसान पहुंचाया।
कोर्ट ने दी तीन दिन की पुलिस रिमांड
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी को सूरत लाकर अदालत में पेश किया, जहां कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की। इस दौरान आरोपियों के नेटवर्क और अन्य करदाताओं की जानकारी जुटाने के लिए गहन पूछताछ की जाएगी।
145 फर्जी कंपनियों से रचा गया महाघोटाला
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपियों ने गुजरात में 145 फर्जी फर्में (कंपनियां) बनाई थीं। इन कंपनियों के नाम पर सीमेंट, लोहा, रसायन, प्लास्टिक, लकड़ी और एमएस स्क्रैप के फर्जी बिल तैयार किए गए। ये फर्जी बिल महाराष्ट्र और गुजरात के व्यापारियों को कमीशन के आधार पर बेचे गए।
आर्थिक अपराध शाखा (ECO) की जांच में यह भी सामने आया कि इन फर्मों का कोई वास्तविक कारोबार नहीं था। केवल जीएसटी नंबर हासिल करने के लिए फर्जी रेंटल एग्रीमेंट और दस्तावेज तैयार किए गए। इन कंपनियों के जरिए फर्जी लेनदेन दिखाकर करोड़ों रुपये की टैक्स चोरी की गई।
2024 में दर्ज हुई थी एफआईआर
सूरत आर्थिक अपराध शाखा (ECO सेल) के एसीपी जीएस सरवैया ने बताया कि 2024 में सेंट्रल जीएसटी विभाग ने इस घोटाले को लेकर एफआईआर दर्ज की थी। शुरुआती जांच में 1814 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाने का खुलासा हुआ था।
इससे पहले मोहम्मद रजा गफ्फानी नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया गया था, जो फिलहाल जेल में है। रजा से पूछताछ में पता चला कि इस घोटाले में मुंबई का सुल्तान कपाड़िया और इमरान भी शामिल हैं।
अब सुल्तान कपाड़िया की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुट गई है। संभावना है कि आगे की जांच में और भी बड़े फर्जीवाड़े सामने आ सकते हैं।