
द्रोणाचार्य अवार्ड: जसपाल राणा के बाद अब उनके भाई सुभाष राणा को मिली यह सम्मान
उत्तराखंड को एक और गौरवमयी पल मिला है, जब अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज जसपाल राणा के बाद उनके भाई सुभाष राणा को द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
सुभाष राणा का सम्मान: टोक्यो पैरालंपिक 2020 में मिली जीत
सुभाष राणा ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 की निशानेबाजी टीम को प्रशिक्षण दिया था, जिससे टीम ने पांच मेडल जीते। अब उनका नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार में दर्ज हुआ है।
मनु भाकर का देहरादून में प्रशिक्षण: देहरादून की शूटर अकादमी की बढ़ती साख
ओलंपिक पदक विजेता शूटर मनु भाकर ने भी देहरादून में आकर कोच जसपाल राणा से ट्रेनिंग ली थी। देहरादून का निशानेबाजी प्रशिक्षण अब राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख बन चुका है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी सुभाष राणा को बधाई
मुख्यमंत्री धामी ने सुभाष राणा को द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए बधाई देते हुए कहा कि इस सम्मान से उत्तराखंड का मान बढ़ा है।
खेल विकास में नई इबारत: 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी से उत्तराखंड को मिलेगा बड़ा फायदा
सुभाष राणा ने 38वें राष्ट्रीय खेलों को उत्तराखंड के लिए बड़ी सौगात बताया, जिससे राज्य में खेल का आधारभूत ढांचा तैयार होगा और खिलाड़ी अब बाहर जाने की बजाय यहीं ट्रेनिंग ले सकेंगे।
सुभाष राणा का अनुभव: द्रोणाचार्य अवार्ड और पैरा शूटिंग में पांच मेडल की सफलता
सुभाष राणा के खाते में चार अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण और दो रजत पदक हैं। एक कोच के तौर पर उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 की भारतीय पैरा शूटिंग टीम को प्रशिक्षित किया था, जिसने पांच मेडल जीते थे।
उत्तराखंड से खिलाड़ी अब अन्य प्रदेशों में भी जाएंगे खेलने
सुभाष राणा ने बताया कि कई खिलाड़ी अब उत्तराखंड से खेलने के इच्छुक हैं, और उन्हें विभिन्न खेल फेडरेशन से भी संपर्क मिल रहे हैं।
उत्तराखंड में खेलों के लिए बढ़ेगा इंफ्रास्ट्रक्चर: कोच सुभाष राणा का बयान
द्रोणाचार्य अवार्ड से सम्मानित कोच सुभाष राणा ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी से राज्य में खेलों के लिए बुनियादी ढांचा तैयार होगा, जो भविष्य में यहां के खिलाड़ी को कई अवसर प्रदान करेगा।