
बेंगलुरु – ओला के संस्थापक भाविश अग्रवाल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप कंपनी कृत्रिम SI Design 300 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाने के लिए निवेशकों से बातचीत कर रही है। यह कंपनी की पहली फंडिंग राउंड होगी, जब से वह जनवरी 2024 में यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुई थी।
500 मिलियन डॉलर के लक्ष्य से घटाया गया फंडिंग राउंड
‘मिंट’ की रिपोर्ट के अनुसार, कृत्रिम पहले 500 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाने की योजना बना रही थी, लेकिन निवेशकों की सीमित रुचि के कारण इस लक्ष्य को घटाकर 300 मिलियन डॉलर कर दिया गया है। इस फंडिंग राउंड का प्रबंधन गोल्डमैन सैक्स, जेपी मॉर्गन और एसबीआई कैपिटल मार्केट्स कर रहे हैं।
पहले से जुटा चुकी है 75 मिलियन डॉलर
कृत्रिम ने जनवरी 2024 में करीब 75 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई थी और तभी यह यूनिकॉर्न क्लब में शामिल हुई थी। कंपनी के प्रमुख निवेशकों में Z47 (पूर्व में मैट्रिक्स), सरिन फैमिली और अन्य निवेशक शामिल हैं। दिसंबर 2023 में, भाविश अग्रवाल ने कृत्रिम के लिए डिबेंचर के माध्यम से डेट फंडिंग सुरक्षित करने के लिए अपनी ओला इलेक्ट्रिक की हिस्सेदारी गिरवी रखी थी।
AI लैब्स के जरिए भारत के लिए विकसित हो रही है तकनीक
इस वर्ष की शुरुआत में भाविश अग्रवाल ने ‘कृत्रिम AI लैब्स’ की घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य भारत के लिए विशेष रूप से AI तकनीक का विकास करना है। उन्होंने इसके लिए प्रारंभिक रूप से 2,000 करोड़ रुपये के निवेश का वादा किया था, जिसे अगले वर्ष तक बढ़ाकर 10,000 करोड़ रुपये करने की योजना है।
ग्लोबल AI दिग्गजों को टक्कर देने की तैयारी
कृत्रिम AI लैब्स OpenAI, Google और Anthropic जैसे वैश्विक AI दिग्गजों को टक्कर देने की योजना पर काम कर रही है। कंपनी कई AI मॉडल विकसित कर रही है, जिनमें भाषा मॉडल कृत्रिम-2, चित्र व पाठ के लिए चित्रार्थ 1, वाणी हेतु ध्वनि 1 और भारतीय भाषाओं पर आधारित व्याख्यार्थ 1 शामिल हैं।
भारत का सबसे बड़ा AI सुपरकंप्यूटर भी होगा विकसित
कृत्रिम NVIDIA के GB200 चिप्स का उपयोग करके भारत का सबसे बड़ा AI सुपरकंप्यूटर भी बना रही है। यह देश के AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।