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नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत के साथ सोना महंगा, चांदी में मामूली गिरावट

Gold becomes expensive with the beginning of new financial year, slight decline in silver

नई दिल्ली: आज से नया वित्तीय वर्ष (FY 2025-26) शुरू हो चुका है, और इसके साथ ही सोने की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. खास बात यह है कि नवरात्रि के पहले दिन भी सोने के दाम में उछाल देखने को मिला. भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई में मंगलवार को 22 कैरेट सोने की कीमत 84,260 रुपये प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोने की कीमत 91,920 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई. हालांकि, चांदी की कीमत में 100 रुपये की गिरावट देखी गई और यह 1,03,900 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई.

आज आपके शहर में सोने की कीमत (रुपये प्रति 10 ग्राम)

शहर 22 कैरेट सोना 24 कैरेट सोना
दिल्ली 84,410 92,070
जयपुर 84,410 92,070
अहमदाबाद 84,310 91,970
पटना 84,310 91,970
मुंबई 84,260 91,920
हैदराबाद 84,260 91,920
चेन्नई 84,260 91,920
बेंगलुरु 84,260 91,920
कोलकाता 84,260 91,920

सोने की कीमतों में तेजी क्यों आई?

विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार और भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिला है.

  • अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल से कुछ देशों पर उच्च व्यापार शुल्क (टैरिफ) लगाने की योजना बनाई है, जिससे वैश्विक बाजार में अस्थिरता बढ़ गई है.
  • ट्रंप ने संकेत दिया है कि अगर रूस यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के उनके प्रयासों में बाधा डालता है, तो वह रूसी तेल पर 25-50% तक का अतिरिक्त शुल्क लगा सकते हैं.
  • ईरान पर भी दबाव बढ़ाते हुए, उन्होंने कहा कि अगर तेहरान परमाणु समझौते पर सहमत नहीं होता, तो अमेरिका अधिक प्रतिबंध और हवाई हमले कर सकता है.

भारत में सोने की कीमतों को कौन-से कारक प्रभावित करते हैं?

भारत में सोने की कीमतें कई कारणों से प्रभावित होती हैं, जिनमें प्रमुख हैं:

  1. अंतरराष्ट्रीय बाजार दरें – वैश्विक स्तर पर सोने की मांग और आपूर्ति का असर भारतीय बाजार पर पड़ता है.
  2. आयात शुल्क – भारत में सोना आयात पर निर्भर है, और किसी भी बदलाव का असर कीमतों पर तुरंत दिखता है.
  3. कर और विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव – डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती या कमजोरी भी सोने की कीमतों को प्रभावित करती है.
  4. संस्थागत निवेशकेंद्रीय बैंक और बड़ी वित्तीय संस्थाओं की बढ़ती खरीदारी भी सोने के दाम बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है.
  5. भारतीय त्योहार और शादियां – भारत में सोना सांस्कृतिक और वित्तीय रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है, जिससे त्योहारी सीजन में मांग बढ़ जाती है और कीमतें बढ़ सकती हैं.

क्या आगे भी सोना महंगा होगा?

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक अनिश्चितता और राजनीतिक तनाव इसी तरह बना रहा, तो आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं. निवेशकों के लिए सोना अभी भी सबसे सुरक्षित निवेश विकल्पों में से एक बना हुआ है.

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