
भारत विविधताओं से भरा एक ऐसा देश है, जहां हर शहर अपनी संस्कृति, इतिहास और खूबसूरती के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत के कुछ शहर रंगों की पहचान के लिए भी मशहूर हैं? जी हां, देश में ऐसे कई शहर हैं, जिन्हें उनके खास रंगों के कारण विशेष नाम दिए गए हैं। ये रंग सिर्फ दिखावे के नहीं, बल्कि इन शहरों की आत्मा और संस्कृति का प्रतीक भी हैं। आइए जानते हैं भारत के उन खास शहरों के बारे में, जो अपने रंगों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
जयपुर – गुलाबी नगर:
राजस्थान की राजधानी जयपुर को ‘गुलाबी नगर’ के नाम से जाना जाता है। साल 1886 में जब प्रिंस ऑफ वेल्स भारत आए, तो उनके स्वागत में पूरे शहर को गुलाबी रंग से सजाया गया था। आज भी जयपुर का पुराना शहर गुलाबी इमारतों से सजा है। यहां हवा महल, आमेर किला और सिटी पैलेस जैसी ऐतिहासिक धरोहरें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।
जोधपुर – नीला शहर:
राजस्थान का ही एक और शहर जोधपुर ‘नीले शहर’ के नाम से प्रसिद्ध है। यहां के पुराने घरों और गलियों को नीले रंग से रंगा गया है। यह रंग कभी ब्राह्मणों की पहचान माना जाता था, जो अब पूरे शहर की पहचान बन गया है। मेहरानगढ़ किला, उम्मेद भवन और जसवंत थाड़ा यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
जैसलमेर – स्वर्ण नगरी:
थार के रेगिस्तान में बसा जैसलमेर ‘स्वर्ण नगरी’ के नाम से जाना जाता है। यहां की इमारतें पीले पत्थरों से बनी हैं जो सूर्य की रोशनी में सोने जैसी चमकती हैं। जैसलमेर का किला, पटवों की हवेली और सैम के टिब्बे पर्यटकों के पसंदीदा स्थल हैं।
उदयपुर – सफेद शहर:
संगमरमर के महलों और झीलों से सजा उदयपुर ‘सफेद शहर’ के रूप में जाना जाता है। सिटी पैलेस, पिछोला झील और सज्जनगढ़ किला इसकी पहचान हैं।
नागपुर – संतरे का शहर:
महाराष्ट्र का नागपुर ‘ऑरेंज सिटी’ है, जहां संतरे की खेती होती है। दीक्षा भूमि और अंबाझरी झील यहां के प्रमुख स्थल हैं।
चेन्नई – पीला शहर:
चेन्नई की ऐतिहासिक इमारतें पीली रंगत लिए हुए हैं, जो ब्रिटिश काल की याद दिलाती हैं। मरीना बीच और फोर्ट सेंट जॉर्ज प्रमुख आकर्षण हैं।
कुन्नूर – हरा शहर:
तमिलनाडु का कुन्नूर ‘ग्रीन सिटी’ है, जिसकी हरियाली और चाय के बागान इसे प्रकृति प्रेमियों की पसंद बनाते हैं।
इन रंगीन शहरों की सैर एक बार जरूर करें, क्योंकि हर रंग की अपनी एक कहानी है।