
हल्द्वानी: कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में इन दिनों 10 दिवसीय सरस आजीविका मेला जारी है, जहां उत्तराखंड समेत विभिन्न राज्यों के लघु उद्यमी अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगा रहे हैं। मेले में स्थानीय हस्तशिल्प, जैविक उत्पाद, पारंपरिक परिधान और अन्य घरेलू सामग्रियों को खरीदने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
उत्तराखंडी उत्पादों की जबरदस्त मांग
इस मेले में उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति, खान-पान और स्थानीय उत्पादों की भारी मांग देखी जा रही है। पारंपरिक व्यंजनों से लेकर हस्तनिर्मित वस्त्र और जैविक उत्पाद तक, लोग बड़ी संख्या में खरीदारी कर रहे हैं।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उमड़ रही भीड़
मेले के दौरान रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है, जहां उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक और कलाकार अपनी प्रस्तुति दे रहे हैं। दूर-दूर से आए लोग लोकगीतों और नृत्य का आनंद ले रहे हैं, जिससे मेला सांस्कृतिक आकर्षण का केंद्र बन गया है।
महिला समूहों को मिल रहा बढ़ावा
सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपेयी ने बताया कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले महिला समूहों को सशक्त बनाने और उनके उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह मेला आयोजित किया गया है। राज्य सरकार भी महिलाओं की आर्थिक उन्नति के लिए कई योजनाएं चला रही है, जिनसे महिला उद्यमी तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
सरस मेला: आजीविका और बाजार का सुनहरा अवसर
सरस मेला न केवल महिला उद्यमियों को अपने उत्पादों का प्रचार-प्रसार करने और बाजार उपलब्ध कराने में मदद कर रहा है, बल्कि यह स्थानीय कारीगरों और लघु उद्यमियों के लिए भी एक बड़ा अवसर बनकर उभरा है। मेले में लोगों की भारी भीड़ और उत्साह को देखते हुए आयोजक इसे सफल बता रहे हैं।