
तिरुवनंतपुरम: अडाणी समूह अगले पांच वर्षों में केरल में 30,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। यह घोषणा अडाणी पोर्ट्स एंड SEZ लिमिटेड के एमडी करण अडाणी ने कोच्चि में आयोजित ‘इन्वेस्ट केरल’ ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में की।
अडाणी समूह के निवेश के प्रमुख क्षेत्र
- विझिनजाम बंदरगाह:
- पहले ही 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जा चुका है।
- अब अतिरिक्त 20,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना।
- तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा:
- वर्तमान क्षमता 4.5 मिलियन से बढ़ाकर 12 मिलियन यात्री प्रति वर्ष करने के लिए 5,500 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
- लॉजिस्टिक्स और ई-कॉमर्स हब:
- कोच्चि में स्थापित किया जाएगा।
- सीमेंट निर्माण क्षमता में भी विस्तार किया जाएगा।
केरल में स्टार्टअप क्षेत्र की प्रगति
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने समिट का उद्घाटन करते हुए बताया कि
- पिछले 8 वर्षों में 6,200 स्टार्टअप स्थापित हुए।
- इसमें 5,800 करोड़ रुपये का निवेश हुआ।
- 62,000 से अधिक रोजगार के अवसर पैदा हुए।
- 2026 तक 15,000 स्टार्टअप और 1 लाख नौकरियों का लक्ष्य रखा गया है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का बयान
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने समिट में कहा कि 2047 तक भारत को 30-35 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए केंद्र सरकार सभी राज्यों के साथ मिलकर काम कर रही है। उन्होंने केरल की औद्योगिक प्रगति की सराहना की और निवेश को प्रोत्साहित करने की बात कही।
शिखर सम्मेलन के मुख्य बिंदु
- 3,000 से अधिक प्रतिनिधि सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
- एआई, रोबोटिक्स, एयरोस्पेस, रक्षा, लॉजिस्टिक्स, समुद्री और फार्मा क्षेत्रों पर विशेष ध्यान।
- रिन्यूएबल एनर्जी, आयुर्वेद, खाद्य प्रौद्योगिकी, पर्यटन और अपशिष्ट प्रबंधन जैसे क्षेत्रों पर भी चर्चा।
- सरकार की नई औद्योगिक नीति और 22 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को लेकर सत्र आयोजित किए जाएंगे।
निष्कर्ष
अडाणी समूह का यह निवेश केरल में बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। साथ ही, स्टार्टअप, लॉजिस्टिक्स, हवाई अड्डा विस्तार और बंदरगाह विकास से राज्य में आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।