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Karnataka: माले महादेश्वर पहाड़ी पर दुल्हन की कामना में 110 किमी की पदयात्रा, दीपावली मेले में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

110 km long padyatra to Male Mahadeshwar hill to seek bride, huge crowd of devotees gathered at Deepawali fair

माले महादेश्वर पहाड़ी पर दीपावली के अवसर पर हर साल एक विशाल मेला लगता है, जो इस क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को प्रदर्शित करता है। इस बार दीपावली मेले की भव्यता पहले से भी अधिक है, जिसमें लाखों श्रद्धालु पहुंचे हैं। यह मेला विशेष रूप से उन युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है, जो अपने जीवन में शादी और रोजगार के लिए आशीर्वाद पाने की कामना से भगवान मडप्पा की पूजा करने आते हैं।

माले महादेश्वर पहाड़ी का धार्मिक महत्व

माले महादेश्वर पहाड़ी दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल है, जहां भगवान शिव का एक प्राचीन मंदिर है। भगवान मडप्पा, जिन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है, की महिमा को लेकर मान्यता है कि वे भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। यहां आने वाले भक्त विशेषकर अविवाहित युवक और बेरोजगार युवा होते हैं, जो विवाह और करियर में सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं। इसके चलते माले महादेश्वर पहाड़ी को युवाओं के लिए एक खास धार्मिक केंद्र के रूप में देखा जाता है।

अविवाहित युवाओं की विशेष पदयात्रा

कोल्लेगला तालुका के होसामलंगी गांव के युवाओं ने इस बार माले महादेश्वर पहाड़ी की 110 किलोमीटर की पदयात्रा की है। गांव के मनु ने बताया कि 62 युवक अब तक विवाह के योग्य होते हुए भी अपने लिए योग्य दुल्हन नहीं पा सके हैं। इसलिए उन्होंने भगवान मडप्पा से अपनी मनोकामना पूरी करने का आग्रह करते हुए यह यात्रा शुरू की है। हर साल कई युवा इस धार्मिक परंपरा को निभाते हैं, क्योंकि उनके बीच यह मान्यता है कि पदयात्रा करने और भगवान से प्रार्थना करने से उनकी यह इच्छा पूरी होगी।

मेले में प्रशासनिक व्यवस्थाएं

दीपावली मेले में इस बार लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन ने विभिन्न व्यवस्थाएं की हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए पेयजल, शौचालय, भोजन और विशेष प्रसाद की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही, मंदिर क्षेत्र में पुलिस सुरक्षा बढ़ाई गई है ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और लोगों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।

पड़ोसी राज्यों से श्रद्धालुओं की भीड़

कर्नाटक के अलावा, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मेले में शामिल होते हैं। यह धार्मिक स्थल सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव का प्रतीक है और विभिन्न समुदायों के लोगों को एकत्र करता है, जो अपने विश्वास और आस्था के साथ इस स्थान की ओर आकर्षित होते हैं।

आर्थिक लाभ और रोजगार के अवसर

दीपावली के दौरान माले महादेश्वर पहाड़ी पर लगने वाला यह मेला स्थानीय समुदाय के लिए आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। मेले के समय यहां दुकानों और सेवा-उद्योगों में काम के अवसर बढ़ जाते हैं, जो स्थानीय युवाओं के लिए एक लाभकारी अवसर प्रदान करते हैं। यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था के विकास में भी योगदान देता है।

यहां के मंदिर के पुजारी बताते हैं कि हर साल दीपावली के अवसर पर भगवान मडप्पा का विशेष अभिषेक किया जाता है और धार्मिक अनुष्ठानों के जरिए भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना की जाती है।

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