
नई दिल्ली – इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में एक बार फिर बल्लेबाजों ने गेंदबाजों पर पूरी तरह से हावी होकर टूर्नामेंट को रोमांचक बना दिया। इस सीजन में हाई-स्कोरिंग मुकाबलों की भरमार रही और रिकॉर्ड बिखरते नजर आए। खास बात यह रही कि शीर्ष स्कोररों की सूची में भारतीय बल्लेबाजों का दबदबा स्पष्ट रूप से देखने को मिला। चार भारतीय बल्लेबाजों ने टॉप-5 में जगह बनाई, जिससे आने वाले अंतरराष्ट्रीय सीरीज के लिए भी मजबूत संकेत मिले हैं।
साई सुदर्शन बने ऑरेंज कैप विजेता
गुजरात टाइटन्स के युवा ओपनर साई सुदर्शन ने आईपीएल 2025 में जबरदस्त बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 15 मैचों में 759 रन बनाए। 54.21 के औसत और 156.17 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए उन्होंने 6 अर्धशतक और 1 शतक जड़ा। उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए उन्हें इस सीजन की ऑरेंज कैप प्रदान की गई।
सूर्यकुमार यादव की दमदार वापसी
मुंबई इंडियंस के सूर्यकुमार यादव ने एक बार फिर साबित किया कि वे टी20 क्रिकेट के बेहतरीन खिलाड़ियों में से हैं। उन्होंने पूरे सीजन में 16 मैचों में 717 रन बनाए। उन्होंने 5 अर्धशतक लगाकर मुंबई को कई अहम मुकाबले जितवाए और टीम को प्लेऑफ तक पहुंचाने में प्रमुख भूमिका निभाई।
कोहली ने पूरी की 17 साल की अधूरी कहानी
विराट कोहली का आईपीएल ट्रॉफी जीतने का सपना आखिरकार पूरा हुआ। उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने इस बार खिताब अपने नाम किया और कोहली ने 15 मैचों में 657 रन बनाकर तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज के रूप में सीजन खत्म किया। 54.75 का औसत उनकी निरंतरता का प्रमाण है।
शुभमन गिल की कप्तानी और बल्लेबाजी में संतुलन
गुजरात टाइटन्स के कप्तान शुभमन गिल ने न केवल कप्तानी में परिपक्वता दिखाई, बल्कि बल्ले से भी टीम को आगे बढ़ाया। गिल ने 15 मैचों में 650 रन बनाए और टीम के लिए कई बड़ी साझेदारियों में भूमिका निभाई।
श्रेयस अय्यर ने पंजाब किंग्स को फाइनल में पहुंचाया
पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने 17 मैचों में 604 रन बनाए और 14 साल बाद टीम को फाइनल तक पहुंचाया। भले ही टीम को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अय्यर का नेतृत्व और बल्लेबाजी प्रशंसनीय रही। वह आईपीएल 2025 में टॉप-5 भारतीय बल्लेबाजों की सूची में पांचवें स्थान पर रहे।
निष्कर्ष
आईपीएल 2025 बल्लेबाजों के नाम रहा, खासकर भारतीय बल्लेबाजों के लिए यह सीजन काफी शानदार साबित हुआ। युवा और अनुभवी दोनों ही खिलाड़ियों ने मिलकर शानदार प्रदर्शन किया और टीम इंडिया के लिए भविष्य की झलक पेश की। जहां साई सुदर्शन और शुभमन गिल जैसे युवा खिलाड़ियों ने प्रभावित किया, वहीं विराट कोहली और सूर्यकुमार यादव जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने भी निरंतरता दिखाई।