
बनबसा में साइबर ठगी का शिकार बनी युवती
चंपावत: जिले के बनबसा क्षेत्र में एक युवती साइबर ठगों के जाल में फंसकर 28 हजार रुपये गंवा बैठी। आरोपियों ने मुंबई पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट का नाटक रचते हुए युवती को ठग लिया। इस घटना की शिकायत पर बनबसा पुलिस ने दो संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी?
पीड़ित युवती ने बताया कि 28 दिसंबर को उसकी मां के मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात कॉल आया। कॉलर ने अपना नाम राहुल बिष्ट बताया और आधार कार्ड के दुरुपयोग की बात कही। इसके बाद उसने विनोय कुमार नामक व्यक्ति से बात कराई, जिसने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया।
- डिजिटल अरेस्ट का झांसा: विनोय ने वीडियो कॉल पर युवती को डिजिटल अरेस्ट कर लिया।
- खाते से पैसे ट्रांसफर: ठगों ने युवती को झांसे में लेकर उसके बैंक खाते से 28 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
- अश्लील वीडियो बनाया: मेडिकल जांच के बहाने वीडियो कॉल पर युवती का अश्लील वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल भी किया गया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
बनबसा थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जगवान ने मामले की शिकायत मिलने के बाद आरोपी राहुल बिष्ट और विनोय कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
- तत्काल कार्रवाई: पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए साइबर सेल की मदद ली है।
- सतर्कता की अपील: एसओ बनबसा ने आमजन से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल या डिजिटल अरेस्ट के झांसे में न आएं।
साइबर ठगी से बचने के उपाय
- अनजान कॉल और वीडियो कॉल से सतर्क रहें।
- किसी भी अधिकारी के नाम पर मांगी गई धनराशि का तुरंत सत्यापन करें।
- साइबर अपराध की सूचना तत्काल पुलिस को दें।
बढ़ते साइबर अपराधों के मद्देनजर, सतर्कता और जागरूकता ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है।