
किसान आंदोलन का असर
पंजाब बंद के आह्वान के कारण सोमवार को कई ट्रेनों के रद्द होने और उनके समय में फेरबदल से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने जानकारी दी कि किसान आंदोलन के चलते पंजाब क्षेत्र में 160 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गईं, जबकि 50 से अधिक ट्रेनों को बीच में ही रोकना पड़ा।
यात्रियों की परेशानी
यात्रा के लिए ट्रेन टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ा। चंडीगढ़ जाने वाली मनीषा कुमारी ने कहा, “ट्रेन रद्द होने के कारण मुझे सड़क मार्ग से यात्रा करनी पड़ेगी, जो न केवल महंगी है बल्कि अधिक समय लेने वाली भी है।”
एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग
किसानों ने अपनी लंबित मांगों, विशेष रूप से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी के लिए पंजाब के संभू रेलवे स्टेशन और अन्य प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शन किया। इस आंदोलन के कारण अमृतसर-अटारी, ब्यास-तरनतारन, और लोथियन खास-लुधियाना जैसे मार्ग प्रभावित हुए।
खराब मौसम ने बढ़ाई मुश्किलें
कोहरे के कारण ट्रेनों की देरी ने यात्रियों की परेशानी और बढ़ा दी। सीमांचल एक्सप्रेस, संपर्क क्रांति सुपरफास्ट, सिक्किम महानंदा, और रानीखेत एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें 19 घंटे तक देरी से चल रही हैं। यात्री अभिषेक कपूर ने कहा, “किसान आंदोलन और कोहरे के कारण ट्रेनों की देरी से हमारी यात्रा कठिन हो गई है।”
अंतरराज्यीय बस सेवा पर निर्भरता
हिमाचल जाने की योजना बनाने वाले यात्री श्रीकांत शर्मा ने कहा, “ट्रेनें रद्द होने के कारण हमें सर्दी के मौसम में अंतरराज्यीय बसों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो कि काफी असुविधाजनक है।”
स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
यात्रियों ने उम्मीद जताई है कि आंदोलन और मौसम संबंधी समस्याओं से जल्द राहत मिलेगी। रेलवे ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।