
देहरादून: राजधानी देहरादून के क्लेमनटाउन क्षेत्र में स्थित मिलिट्री पुलिस स्टेशन (MPCR) को साइबर हमले का सामना करना पड़ा है। सेना की ओर से दर्ज शिकायत के अनुसार, 4 और 5 मई को संदिग्ध संदेशों के माध्यम से सिस्टम हैक करने का प्रयास किया गया। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से गंभीर मानी जा रही है, क्योंकि हैकर्स ने पाकिस्तान नाम से जुड़ी संदिग्ध APK फाइलें और अधूरी जानकारी वाले मैसेज भेजे हैं।
संदिग्ध मैसेज और फाइल से साइबर हमला टल गया
मामले की शिकायत डिवीजन प्रोवोस्ट यूनिट क्लेमनटाउन के अधिकारी मुजम्मिल अहमद ने दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि MPCR को दो दिनों तक अलग-अलग मोबाइल नंबरों से संदिग्ध मैसेज प्राप्त हुए। पहले दिन पाकिस्तान और भारत से संबंधित एक अधूरा संदेश भेजा गया, जिसमें एक APK फाइल संलग्न थी। दूसरे दिन “नई एसओपी और पॉलिसी मई 2025” के नाम से एक और APK फाइल भेजी गई। हालांकि, सतर्कता के चलते किसी भी फाइल को डाउनलोड नहीं किया गया, जिससे एक बड़ा साइबर हमला टल गया।
साइबर थाना ने दर्ज की जीरो एफआईआर, जांच तेज
सेना द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। साइबर थाना ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जीरो एफआईआर दर्ज की और मामला क्लेमनटाउन थाने को सौंप दिया। अब इस केस की जांच पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक को सौंपी गई है। एसपी सिटी प्रमोद कुमार ने बताया कि उन मोबाइल नंबरों की पहचान और लोकेशन की जांच की जा रही है, जिनका उपयोग मैसेज भेजने के लिए किया गया था।
आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज, सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। सुरक्षा एजेंसियों और सेना के बीच इस घटना को लेकर समन्वय किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। यह मामला सेना के सिस्टम को निशाना बनाकर की जा रही साइबर गतिविधियों की ओर इशारा करता है, जिससे यह साफ है कि देश की साइबर सुरक्षा को लगातार खतरा बना हुआ है।