
देहरादून/मुजफ्फरनगर, 6 जून:
देहरादून के बहुचर्चित रोहित नेगी हत्याकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी अजहर त्यागी और उसके सहयोगी आयुष उर्फ सिकंदर को पकड़ने के प्रयास में पुलिस की दोनों से देर रात मुठभेड़ हो गई। यह मुठभेड़ उत्तर प्रदेश के बरला–पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) और मंगलौर (उत्तराखंड) बॉर्डर के पास हुई।
कैसे हुआ घटनाक्रम?
देहरादून पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी यूपी सीमा में छिपे हैं। इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिसमें दोनों आरोपी गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों की स्थिति
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अजहर त्यागी को दोनों पैरों और एक हाथ में गोली लगी है।
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आयुष उर्फ सिकंदर के दोनों पैरों में गोली लगी है।
दोनों घायलों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी निगरानी की जा रही है।
आरोपियों की पहचान
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अजहर त्यागी, पुत्र अब्दुल रब — निवासी प्रधान पट्टी, बरला, थाना पुरकाजी, जनपद मुजफ्फरनगर (उ.प्र.)
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आयुष उर्फ सिकंदर, पुत्र विजय कुमार — निवासी मालैन्डी, जिला शामली (उ.प्र.)
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
अजहर के एक विशेष समुदाय से संबंध रखने के चलते प्रशासन ने एहतियातन बॉर्डर क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है। किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए संवेदनशील इलाकों में गश्त और चेकिंग बढ़ा दी गई है।
पृष्ठभूमि: रोहित नेगी की हत्या
रोहित नेगी की हत्या देहरादून में हालिया समय की सबसे चर्चित आपराधिक घटनाओं में रही है। मामले की जांच में अजहर को मुख्य साजिशकर्ता माना गया है। पुलिस इससे पहले कई तकनीकी सुराग जुटा चुकी थी, और अब मुख्य आरोपियों के घायल अवस्था में पकड़े जाने से जांच को अहम बढ़त मिली है।
आगे की कार्रवाई
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों से जल्द पूछताछ की जाएगी ताकि हत्या में शामिल अन्य लोगों की पहचान की जा सके और साजिश की पूरी परतें उजागर हों। साथ ही, केस से जुड़े अन्य सबूतों को आधार बनाकर चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी।