
पीएम नरेंद्र मोदी को मिलेगा मॉरीशस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान
पोर्ट लुइस: मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने घोषणा की है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार एंड की ऑफ द इंडियन ओशन’ से सम्मानित किया जाएगा। पीएम मोदी इस सम्मान को पाने वाले पहले भारतीय नेता होंगे।
मॉरीशस दौरे पर पीएम मोदी, मजबूत होंगे द्विपक्षीय संबंध
प्रधानमंत्री मोदी मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम के निमंत्रण पर द्वीप राष्ट्र के दौरे पर हैं। इस यात्रा के दौरान वे भारत-मॉरीशस के ऐतिहासिक और रणनीतिक रिश्तों को नई ऊंचाई देने वाले कई अहम कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
मॉरीशस के नागरिकों को मिला OCI कार्ड, प्रवासी भारतीयों के लिए बड़ा फैसला
इससे पहले, पीएम मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी वीना रामगुलाम को ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड जारी करने की घोषणा की। यह फैसला मॉरीशस में बसे भारतीय मूल के लोगों के लिए भारत की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
OCI कार्ड की पात्रता बढ़ी, भारतीय वंशजों को मिलेगा लाभ
भारत ने मार्च 2024 में मॉरीशस के भारतीय वंश के नागरिकों के लिए OCI कार्ड की पात्रता सात पीढ़ियों तक बढ़ा दी थी। वर्तमान में मॉरीशस में 22,188 भारतीय नागरिक और 13,198 OCI कार्ड धारक हैं। इस कदम से मॉरीशस के भारतीय मूल के लोगों को भारत से मजबूत जुड़ाव बनाए रखने में मदद मिलेगी।
भारत की मदद से मॉरीशस में 23 प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री मोदी 12 मार्च को मॉरीशस में सामुदायिक विकास, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग जैसे क्षेत्रों में कम से कम आठ समझौतों (MoU) पर हस्ताक्षर करेंगे। इसके अलावा, 23 भारत-फंडेड परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा और नई पहलों की घोषणा भी संभावित है।
पीएम मोदी का बयान: ‘मॉरीशस हमारा करीबी समुद्री पड़ोसी’
अपने दौरे से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मॉरीशस न केवल हिंद महासागर में हमारा करीबी समुद्री पड़ोसी है, बल्कि यह अफ्रीकी महाद्वीप का प्रवेश द्वार भी है। इतिहास, भूगोल और संस्कृति ने हमें जोड़ा है, और लोकतंत्र के मूल्यों में साझा विश्वास हमारी सबसे बड़ी ताकत है।”
भारत-मॉरीशस रिश्ते होंगे और मजबूत
पीएम मोदी की इस यात्रा से दोनों देशों के बीच रणनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को नया बल मिलेगा। मॉरीशस में भारतीय समुदाय की मजबूत उपस्थिति और ऐतिहासिक जुड़ाव को देखते हुए, यह दौरा भारत की हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ती भूमिका को और अधिक सशक्त बनाएगा।