
कैबिनेट विस्तार पर सियासी हलचल तेज
उत्तराखंड में कैबिनेट विस्तार की अटकलें जोरों पर हैं। एक तरफ भाजपा नेताओं का कहना है कि मंत्रियों और दायित्वधारियों की लिस्ट फाइनल हो चुकी है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी इस मुद्दे पर मुखर हो गई है।
हरीश रावत ने कैबिनेट विस्तार पर उठाए सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा:
“अजीब सी खबर है! जिससे अजीब सी बेचैनी हुई है! मंत्री पद के लिए भी बोली लग रही है? मंत्री पद प्रायोजक चर्चा में हैं! शासन के दोनों स्तरों पर असमंजस और कश्मकश है। धन्य है भाजपा, जब-जब आई तब-तब आपने उत्तराखंड को राजनीतिक अस्थिरता और असमंजस दिया। इस बार भी कुछ ऐसी ही स्थिति बन रही है।”
हरीश रावत की इस टिप्पणी ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
पांच मंत्री पद खाली, जल्द होगा विस्तार?
गौरतलब है कि प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे के बाद राज्य में पांच मंत्री पद खाली हैं। इस बीच, लगातार यह चर्चा हो रही है कि सरकार जल्द ही कैबिनेट का विस्तार कर सकती है।
भाजपा नेताओं के बयान से संकेत
होली से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने बयान दिया था कि उत्तराखंड में किसी भी समय कैबिनेट विस्तार हो सकता है। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर केंद्रीय नेतृत्व से लगातार चर्चा हो रही है।
इसी कड़ी में दो दिन पहले भाजपा के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट ने भी पुष्टि की थी कि कैबिनेट विस्तार और दायित्व देने को लेकर कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। उनके अनुसार, मंत्रियों की सूची लगभग तय हो चुकी है और अप्रैल के पहले या दूसरे हफ्ते में कैबिनेट विस्तार की संभावना है।
भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने
हरीश रावत के बयान के बाद यह मुद्दा और गरम हो गया है। जहां भाजपा अपने फैसले को लेकर आश्वस्त दिख रही है, वहीं कांग्रेस इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठा रही है। अब देखना यह होगा कि अप्रैल के पहले या दूसरे हफ्ते में कैबिनेट विस्तार की प्रक्रिया कितनी पारदर्शी और प्रभावी होती है।