
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखने को मिल रहा है। तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों की ओर भारतीयों की यात्राएं प्रभावित होने लगी हैं। इन दोनों देशों ने हाल ही में पाकिस्तान को समर्थन दिया है, जिससे भारत में नाराजगी का माहौल बन गया है। ऐसे में भारतीय पर्यटकों को इन देशों की यात्रा से बचने की सलाह दी जा रही है।
व्यापारिक संबंधों पर असर संभव
हालांकि, भारत का इन दोनों देशों के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत-अजरबैजान का द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2023 में 1.435 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। भारत अजरबैजान से तीसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आयात करने वाला देश है, जिसका व्यापार 1.227 बिलियन डॉलर का है। इसी तरह, भारत और तुर्की के बीच 2022-23 में व्यापार 13.80 बिलियन डॉलर रहा, जबकि 2023-24 में यह 10.43 बिलियन डॉलर रहा।
पर्यटन क्षेत्र में भी दिखा असर
पर्यटन के क्षेत्र में भी तुर्की और अजरबैजान भारतीय यात्रियों के लिए तेजी से उभरते हुए गंतव्य बन रहे थे। 2023 में अजरबैजान में 1.17 लाख से अधिक भारतीय पर्यटक पहुंचे, जबकि तुर्की में 3.3 लाख भारतीयों ने यात्रा की, जो 2022 की तुलना में 20.7% अधिक थी। लेकिन अब कई होटल और ट्रैवल कंपनियों ने भारतीय पर्यटकों से यात्रा टालने का अनुरोध किया है। कुछ एजेंसियों ने तुर्की और अजरबैजान के लिए बुकिंग लेना भी बंद कर दिया है।
ड्रोन समर्थन बना विवाद का कारण
भारत सरकार ने हाल ही में जानकारी दी कि पाकिस्तान ने तुर्की से मिले 300-400 ड्रोनों का इस्तेमाल भारत के सैन्य और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाने में किया। इन ड्रोनों का इस्तेमाल पश्चिमी सीमा के 36 से अधिक स्थानों पर घुसपैठ के लिए किया गया। इससे भारत और तुर्की के रिश्तों में तनाव और बढ़ गया है।
ऐसे माहौल में सरकार और पर्यटन एजेंसियों का मुख्य उद्देश्य भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। तुर्की और अजरबैजान जैसे देशों में यात्रा को लेकर अब सतर्कता बरतना आवश्यक हो गया है।