टिहरी: एशिया के सबसे बड़े बांधों में शामिल टिहरी झील में आयोजित तृतीय ‘टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप 2024’ का समापन भव्य समारोह के साथ हुआ। इस अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत की और खेल, पर्यटन, व रोजगार से जुड़े कई अहम ऐलान किए।
टिहरी झील साहसिक खेलों का केंद्र
समापन समारोह में सीएम धामी ने कहा कि टिहरी झील न केवल ऊर्जा उत्पादन और जल प्रबंधन के लिए, बल्कि साहसिक खेलों के लिए भी एक आदर्श स्थान है। उन्होंने इसे क्षेत्र की आर्थिकी और पर्यटन को प्रोत्साहित करने वाला बताया।
खेल नीति और खिलाड़ियों को विशेष प्रोत्साहन
- नई खेल नीति लागू: मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तराखंड में नई खेल नीति लागू की गई है, जिसके तहत राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पदक विजेताओं को ‘आउट ऑफ टर्न’ नियुक्ति दी जा रही है।
- सरकारी सेवाओं में आरक्षण: खिलाड़ियों को सरकारी सेवाओं में 4% आरक्षण का प्रावधान किया गया है।
- खेल विश्वविद्यालय: राज्य में विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।
राष्ट्रीय खेलों पर फोकस
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार राष्ट्रीय खेलों (38वें नेशनल गेम्स) को ‘ग्रीन गेम्स’ की थीम पर आयोजित किया जाएगा। इससे प्रदेश में खेलों के प्रति रुचि बढ़ेगी और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी फैलेगी।
टिहरी के लिए महत्वपूर्ण घोषणाएं
- टिहरी मेडिकल कॉलेज की सड़कें होंगी हाटमिक्स।
- नई टिहरी में खेल मैदान और मल्टी पार्किंग का निर्माण।
- टिहरी में खेल अकादमी की स्थापना।
टिहरी झील: रोजगार और विकास का केंद्र
टीएचडीसी के सीएमडी आरके विश्नोई ने कहा कि टिहरी में खेल अकादमी के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। टिहरी बांध परियोजना के निदेशक एलपी जोशी ने बताया कि झील में विद्युत उत्पादन के साथ खेल, रोजगार, पेयजल और सिंचाई के क्षेत्रों में काम किया जा रहा है।
देश की सबसे बड़ी पीएसपी योजना
टिहरी डैम की 250 मेगावाट की 4 मशीनों पर आधारित पीएसपी (पंप्ड स्टोरेज प्रोजेक्ट) देश की सबसे बड़ी परियोजना है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया जाएगा।
निष्कर्ष:
टिहरी वाटर स्पोर्ट्स कप 2024 ने टिहरी झील को साहसिक खेलों के केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक और मील का पत्थर साबित किया है। साथ ही, राज्य सरकार के प्रयास युवाओं को प्रोत्साहन और रोजगार के अवसर प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।