हल्द्वानी: रुद्रपुर-हल्द्वानी मार्ग पर सड़क हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। बीते एक हफ्ते में हुए तीन बड़े सड़क हादसों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इन हादसों में तीन लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ताजा मामला हल्द्वानी के बेलबाबा मंदिर के पास का है, जहां बीती रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में मां और बेटे की मौत हो गई, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल है।
बिल्ली के बच्चे को बचाने में हुआ हादसा
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र के लाइन नंबर 14 निवासी मोहम्मद आरिफ की पत्नी सवाना परवीन (45) और उनका बेटा अब्दुल योजान (15) मुरादाबाद से हल्द्वानी लौट रहे थे। बेलबाबा मंदिर के पास, कार अचानक सामने से गुजर रहे एक बिल्ली के बच्चे को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित हो गई। तेज रफ्तार के चलते ड्राइवर ने स्टेरिंग काटा, जिससे कार सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराई।
कार के उड़े परखच्चे, मां-बेटे की मौके पर मौत
तेज रफ्तार और जोरदार टक्कर के कारण कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने सवाना परवीन और अब्दुल योजान को मृत घोषित कर दिया, जबकि चालक गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है।
परिवार में छाया मातम, हादसे से इलाके में शोक
इस दर्दनाक हादसे से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। मां और बेटे की अचानक मौत से मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई। हर कोई इस घटना से स्तब्ध है और परिवार के दुख में शामिल हो रहा है।
एक हफ्ते में तीसरा बड़ा हादसा, सुरक्षा पर सवाल
रुद्रपुर-हल्द्वानी मार्ग पर यह एक हफ्ते में तीसरा बड़ा हादसा है। इससे पहले हुए दो सड़क हादसों में भी जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। इन घटनाओं ने सड़क पर यातायात नियमों और वाहनों की तेज रफ्तार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग प्रशासन से इस मार्ग पर सख्त यातायात व्यवस्था लागू करने की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस का कहना है कि हादसे का मुख्य कारण तेज रफ्तार और अचानक ब्रेकिंग है। ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस चौकी के अधिकारी ने बताया कि घायल ड्राइवर का अस्पताल में इलाज चल रहा है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
सड़क सुरक्षा के नियमों पर जागरूकता जरूरी
लगातार बढ़ते सड़क हादसे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि सड़क सुरक्षा के नियमों को लेकर जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है। खासकर तेज रफ्तार, वाहन नियंत्रण और सतर्कता को लेकर लोगों को शिक्षित करना बेहद आवश्यक है।
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि तेज रफ्तार और सावधानी की कमी से होने वाले खतरों का सबक है। प्रशासन और आम नागरिकों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसे हादसे दोबारा न हों।