
उत्तराखंड में आगामी 38वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राज्य के खेल विभाग ने घोषणा की है कि अगले 90 दिनों में हर 10 दिन पर खेलों से जुड़े विभिन्न आयोजनों की श्रृंखला चलेगी। इस पहल का उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को प्रेरित करना है, बल्कि उत्तराखंड में खेल संस्कृति को बढ़ावा देना भी है।
यूथ फेस्टिवल: 10 नवंबर से खेलों का उत्सव
10 नवंबर से शुरू होने वाले यूथ फेस्टिवल का आयोजन पूरे उत्तराखंड में किया जाएगा, जिसमें युवाओं के बीच खेल के प्रति जागरूकता और उत्साह को बढ़ाने पर जोर रहेगा। इस बार के यूथ फेस्टिवल की थीम “स्पोर्ट्स साइंस” पर आधारित है, और इसे और प्रभावी बनाने के लिए पांच दिवसीय स्पोर्ट्स साइंस एक्सपो आयोजित किया जाएगा।
– स्पोर्ट्स साइंस एक्सपो: 10 से 14 नवंबर तक आयोजित होने वाला यह एक्सपो देशभर के खेल वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को एक मंच पर लाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य खिलाड़ियों और कोचों के लिए खेल विज्ञान के नए आयामों को प्रस्तुत करना है, ताकि खेल प्रदर्शन में सुधार हो सके। एक्सपो में खेल विज्ञान के विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी, जैसे कि खिलाड़ियों के स्वास्थ्य, प्रशिक्षण तकनीक, और रिकवरी से जुड़े नए शोध।
विजिलेंस ट्रेनिंग: खेल आयोजनों में पारदर्शिता सुनिश्चित
खेल विभाग ने देहरादून इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अधिकारियों के लिए एक विशेष विजिलेंस ट्रेनिंग का आयोजन किया। यह ट्रेनिंग इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बड़े आयोजनों में पारदर्शिता बनाए रखना एक चुनौती होती है। प्रशिक्षण में अधिकारियों को आयोजन की योजना बनाने और क्रियान्वयन में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के टिप्स दिए गए, जिससे आयोजन के दौरान भ्रष्टाचार से बचा जा सके।
दीवाली के बाद नेशनल गेम्स कैंप की शुरुआत
विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों के तहत दीवाली के बाद खिलाड़ियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कैंप लगाए जाएंगे। ये कैंप राष्ट्रीय खेलों में बेहतर प्रदर्शन के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। कैंप के लिए सभी बुनियादी सुविधाओं और स्थान का चयन पूरा कर लिया गया है। हालांकि, कैंप के आयोजन में थोड़ी देरी खेल संघों और विभागीय प्रक्रियाओं के कारण हुई, लेकिन अब सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
– कैंप की भूमिका: ये कैंप खिलाड़ियों के लिए एक सघन प्रशिक्षण अवधि होगी, जहां उन्हें खेल के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण मिलेगा। साथ ही, विशेषज्ञ कोच और खेल विज्ञान के सलाहकार खिलाड़ियों की फिटनेस, तकनीक, और मानसिक तैयारी पर विशेष ध्यान देंगे।
नेशनल गेम्स की चुनौतियां और खेल विभाग का रोडमैप
राष्ट्रीय खेलों के आयोजन में कम समय और संसाधनों के बावजूद, खेल विभाग ने इसे सफल बनाने के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार किया है। खिलाड़ियों और आयोजकों के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए हर 10 दिन पर आयोजनों का सिलसिला चलाया जाएगा, जिसमें विभिन्न खेलों से संबंधित प्रतियोगिताएं और प्रैक्टिस सत्र शामिल होंगे।
इस रोडमैप का उद्देश्य:
1. राज्य भर में खेल भावना का प्रसार: यूथ फेस्टिवल और स्पोर्ट्स साइंस एक्सपो के माध्यम से युवाओं में खेल के प्रति रुचि को बढ़ावा देना।
2. खिलाड़ियों की तैयारियों को गति देना: कैंप के माध्यम से खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों के लिए तैयार करना।
3. आयोजन की पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना: विजिलेंस ट्रेनिंग के माध्यम से अधिकारियों को प्रशिक्षण देना।
इन सभी प्रयासों के तहत उत्तराखंड खेल विभाग ने सुनिश्चित किया है कि राज्य में आयोजित होने वाले ये राष्ट्रीय खेल न केवल खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बनें बल्कि राज्य की खेल क्षमताओं को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करने का माध्यम भी बनें।