साइबर ठगों ने बनाया निशाना, डिजिटल अरेस्ट की दर्दनाक कहानी
उत्तराखंड के मशहूर कंटेंट क्रिएटर, अभिनेता और इन्फ्लुएंसर अंकुश बहुगुणा को साइबर ठगों ने 42 घंटे तक ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा। इस दौरान ठगों ने उन्हें धमकियां देकर मानसिक दबाव में रखा। अंकुश ने अपनी इस डरावनी घटना को इंस्टाग्राम पर साझा किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे साइबर ठगों ने उनकी जिंदगी को 42 घंटों के लिए नियंत्रण में ले लिया।
फर्जी कॉल ने बढ़ाई मुश्किलें
अंकुश ने बताया कि जिम से लौटने के बाद उन्हें एक ऑटोमेटेड कॉल आई, जिसमें बताया गया कि उनकी कूरियर डिलीवरी रद्द हो गई है। कॉल को सपोर्ट से कनेक्ट करने के लिए प्लस जीरो दबाने पर उनकी सबसे बड़ी गलती हो गई। ठगों ने उनसे कहा कि उनके नाम से एक आपत्तिजनक पैकेज चाइना भेजा गया है, जिसे कस्टम विभाग ने जब्त कर लिया है।
वीडियो कॉल पर दी गिरफ्तारी की धमकी
इसके बाद कथित पुलिस अफसर ने वीडियो कॉल पर उनसे जुड़कर उन्हें फर्जी आपराधिक मामलों में फंसाने की धमकी दी। ठगों ने उन्हें “प्राइम सस्पेक्ट” बताकर पूछताछ शुरू कर दी और गिरफ्तारी की बात कहकर लगातार मानसिक प्रताड़ना दी।
42 घंटे तक रहा धमकियों और दबाव का दौर
अंकुश ने बताया कि ठगों ने उन्हें सेल्फ-कस्टडी में रहने के लिए मजबूर किया और उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करना शुरू कर दिया। इस दौरान वे लगातार नए झूठ गढ़ते रहे और उन्हें मनोवैज्ञानिक रूप से कमजोर करने की कोशिश की।
दोस्तों की मदद से बाहर निकले जाल से
ठगों के दबाव के बीच अंकुश के दोस्तों ने उनके व्यवहार में बदलाव नोटिस किया और उनसे संपर्क किया। उनके दोस्तों ने “डिजिटल अरेस्ट” की स्थिति को समझते हुए मदद के संकेत दिए। अंकुश ने मौके का फायदा उठाकर ठगों के जाल से खुद को मुक्त किया।
साइबर अरेस्ट के प्रति लोगों को किया जागरूक
अंकुश ने इस घटना को साझा करते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा, “यह पोस्ट इसलिए कर रहा हूँ ताकि दूसरों को यह सब न झेलना पड़े। ये साइबर ठग किसी को भी फंसा सकते हैं। जागरूक रहें और दूसरों को भी इस तरह के घोटालों से सतर्क करें।”
मुंबई में रहते हैं अंकुश बहुगुणा
उत्तराखंड के निवासी अंकुश बहुगुणा फिलहाल मुंबई में रहते हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपने कंटेंट के लिए लोकप्रिय हैं। उनकी यह घटना साइबर सुरक्षा को लेकर एक गंभीर चेतावनी है।