
इंडिया7Live | देहरादून, 18 जुलाई 2025
उत्तराखंड सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पेयजल निगम के हल्द्वानी स्थित अधीक्षण अभियंता सुजीत कुमार विकास को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकारी कर्मियों की अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में पेयजल निगम के चेयरमैन शैलेश बगौली द्वारा यह निलंबन आदेश जारी किया गया है।
शिकायतकर्ता संजय कुमार (पुत्र चंद्रपाल सिंह), जो कि जल परियोजनाओं पर संविदा आधारित कार्य करते हैं, ने आरोप लगाया कि वर्ष 2022 में अधीक्षण अभियंता सुजीत कुमार विकास ने उनकी फर्म “हरष एंटरप्राइजेज” को पंजीकृत कराने और ठेका दिलाने के एवज में ₹10 लाख की रिश्वत मांगी।
संजय कुमार के अनुसार, उन्होंने यह राशि बैंक ऑफ बड़ौदा की फर्म के खाते से कोटक महिंद्रा बैंक की फर्म “कूचू-पूचू एंटरप्राइजेज” में ट्रांसफर की, जिसकी साझेदार स्वयं सुजीत कुमार की पत्नी रंजू कुमारी हैं।
विभागीय रिकॉर्ड की जांच में आरोपों की पुष्टि हुई। आरोपित अधिकारी को जवाब देने के लिए 15 दिन का समय दिया गया था, लेकिन तय समय में कोई स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं हुआ।
चेयरमैन ने बताया कि यह कार्य आचरण नियमों का घोर उल्लंघन है। ऐसे अधिकारी को जिम्मेदार पद पर बनाए रखना अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों के कार्य प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।
निलंबन के बाद, सुजीत कुमार विकास को मानव संसाधन प्रकोष्ठ, प्रशिक्षण महाप्रबंधक कार्यालय, पेयजल निगम, रुड़की से संबद्ध किया गया है।