
देहरादून, 14 जून – उत्तराखंड के ऋषिकेश में असम की युवती रोश्मिता होजोई की रहस्यमयी मौत ने दोनों राज्यों में हलचल पैदा कर दी है। 24 वर्षीय रोश्मिता दिल्ली रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की परीक्षा के लिए असम से दिल्ली आई थीं, लेकिन कुछ ही दिनों में उनकी मौत की खबर ने सभी को स्तब्ध कर दिया।
दिल्ली से ऋषिकेश तक की अनहोनी यात्रा
जानकारी के मुताबिक, रोश्मिता 5 जून को दिल्ली पहुंची थीं। बताया जा रहा है कि वह अपने पुराने दोस्त हेमंत वर्मा से मिलने के बाद ऋषिकेश गई थीं। साथ में पंकज नामक युवक भी था। 6 जून को वह ऋषिकेश पहुंची, और इसके बाद उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया। 10 जून को टिहरी जिले में गंगा किनारे एक महिला का शव मिला, जिसकी पहचान रोश्मिता होजोई के रूप में की गई।
संदेह के घेरे में दोस्त, पुलिस कर रही पूछताछ
पुलिस ने बताया कि रोश्मिता आखिरी बार जिन दो युवकों के साथ देखी गई थी, उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि शव पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं मिले हैं। मौत का असली कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। फोरेंसिक टीम और तकनीकी विशेषज्ञ भी जांच में शामिल हैं, जो कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन डेटा की जांच कर रहे हैं।
राजनीतिक और सामाजिक दबाव में जांच तेज
इस घटना पर असम में भी काफी आक्रोश है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और सांसद गौरव गोगोई ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। इसके जवाब में मुख्यमंत्री धामी ने भरोसा दिलाया है कि जांच पूरी पारदर्शिता और संवेदनशीलता के साथ की जाएगी।
सरकारी सक्रियता और परिवार की उम्मीदें
उत्तराखंड सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस महानिदेशक को सख्त निर्देश दिए हैं। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारी भी जांच पर नजर बनाए हुए हैं। रोश्मिता का परिवार असम में लगातार न्याय की मांग कर रहा है और जांच की गति बढ़ाने की अपील कर रहा है।
रोश्मिता की रहस्यमयी मौत ने कई अनुत्तरित सवाल खड़े कर दिए हैं। एक प्रतिभाशाली छात्रा की अकाल मृत्यु ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या जांच समय पर पूरी होगी और दोषियों को सजा मिल पाएगी।