देहरादून: उत्तराखंड में बीते दो दिनों से तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई है। पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और मैदानी क्षेत्रों में ठंडी हवाओं के चलते पूरा राज्य शीत लहर की चपेट में है। ऐसे में आमजन को राहत देने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।
पहाड़ से मैदान तक ठंड का असर
- देहरादून, हल्द्वानी जैसे मैदानी शहरों में रात का तापमान दहाई से नीचे जा रहा है।
- पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और शीत लहर से जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारियां
- रैन बसेरों की व्यवस्था: सभी जिलों में पर्याप्त रैन बसेरों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
- आवश्यक सामग्री: रैन बसेरों में हीटर, गर्म पानी की व्यवस्था, बिस्तर और कंबल उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
- अलाव की व्यवस्था: बस स्टेशनों, रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अलाव जलाने के निर्देश दिए गए हैं।
विशेष सतर्कता और राहत कार्य
- बर्फबारी वाले क्षेत्रों में राशन और आवश्यक सामग्री का स्टॉक पहले से उपलब्ध कराया जा रहा है।
- पाले की स्थिति में सड़कों पर नमक और चूने का छिड़काव कर सड़क हादसों को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
- बर्फ में फंसे वाहनों को निकालने के लिए स्नो कटर और अन्य उपकरणों की व्यवस्था की गई है।
शीतकालीन यात्रा के लिए विशेष तैयारी
उत्तराखंड सरकार द्वारा इस वर्ष शीतकालीन यात्रा शुरू की गई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रा रूटों पर विशेष सतर्कता बरतते हुए जेसीबी और अन्य उपकरणों की तैनाती की है। सभी जिलाधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार का व्यवधान न हो।
तापमान पर एक नजर (बुधवार)
- देहरादून: अधिकतम 21° और न्यूनतम 8°
- हरिद्वार: अधिकतम 19° और न्यूनतम 7°
- रुद्रपुर: अधिकतम 21° और न्यूनतम 5°
- हल्द्वानी: अधिकतम 21° और न्यूनतम 8°
निष्कर्ष:
शीत लहर के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग ने व्यापक तैयारी कर ली है। आमजन को राहत देने के लिए हर स्तर पर प्रयास जारी हैं। सरकार का यह कदम सर्दी से जूझ रहे लोगों के लिए बड़ी राहत साबित हो सकता है।