देहरादून: उत्तराखंड की बेटियों ने क्रिकेट के मैदान में एक बार फिर अपना लोहा मनवाया है। वूमेन प्रीमियर लीग (WPL) की नीलामी में राज्य की चार महिला खिलाड़ियों का चयन हुआ, जिसमें प्रेमा रावत ने 1.20 करोड़ की बोली लगवाकर सुर्खियां बटोरीं। इससे पहले उत्तराखंड की दो बेटियां भारतीय महिला क्रिकेट टीम में भी जगह बना चुकी हैं।
WPL नीलामी में उत्तराखंड का जलवा
रविवार को बेंगलुरु में आयोजित वूमेन प्रीमियर लीग नीलामी में उत्तराखंड की चार खिलाड़ियों ने अपनी जगह बनाई।
- प्रेमा रावत: 1.20 करोड़ (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
- एकता बिष्ट: ₹60 लाख (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
- नंदिनी कश्यप: ₹10 लाख (दिल्ली कैपिटल्स)
- राघवी बिष्ट: ₹10 लाख (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
प्रेमा रावत: छोटे गांव से बड़े सपने तक का सफर
बागेश्वर जिले के दुर्गम क्षेत्र से आने वाली प्रेमा रावत ने 10 लाख की बेस प्राइस के साथ नीलामी में शुरुआत की, लेकिन उनके शानदार प्रदर्शन ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को 1.20 करोड़ रुपए की बोली लगाने पर मजबूर कर दिया। राइट हैंड बैट्समैन और लेग स्पिनर प्रेमा ने इस साल देहरादून में हुए वूमेन उत्तराखंड प्रीमियर लीग (WUPL) में शानदार प्रदर्शन किया था।
गरीबी को हराकर सफलता की मिसाल बनीं प्रेमा: सामान्य परिवार से आने वाली प्रेमा की इस सफलता ने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। मसूरी थंडर टीम के साथ WUPL में ट्रॉफी जीतने में उनकी अहम भूमिका रही।
अन्य खिलाड़ियों की भी धमाकेदार उपस्थिति
उत्तराखंड की अनुभवी खिलाड़ी एकता बिष्ट को ₹60 लाख में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने रिटेन किया। इसके अलावा, युवा प्रतिभाओं नंदिनी कश्यप और राघवी बिष्ट को ₹10 लाख की बोली पर खरीदा गया।
CAU सचिव ने जताई खुशी
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड (CAU) के सचिव महिम वर्मा ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए इसे राज्य और संगठन के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा,
“एक ही राज्य से चार खिलाड़ियों का चयन WPL में होना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। प्रेमा जैसी कमजोर पृष्ठभूमि से आने वाली खिलाड़ियों के बड़े मंच पर आने से अन्य युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिलेगी।”
उत्तराखंड की बेटियों का उभरता सितारा
महिम वर्मा ने जानकारी दी कि नंदिनी कश्यप और राघवी बिष्ट इससे पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए चयनित हो चुकी हैं। एसोसिएशन ने दोनों खिलाड़ियों के लिए ₹10 लाख की प्रोत्साहन राशि की घोषणा की है।
निष्कर्ष
उत्तराखंड की बेटियों ने WPL में अपनी उपस्थिति से न केवल राज्य बल्कि पूरे देश का गौरव बढ़ाया है। प्रेमा रावत, एकता बिष्ट, नंदिनी कश्यप और राघवी बिष्ट जैसी प्रतिभाओं का चयन यह दर्शाता है कि सही मंच और मेहनत के बल पर हर चुनौती को पार किया जा सकता है।