
नई दिल्ली: सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों को सोमवार रात दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर पर हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, दिल्ली की सीमाओं पर धारा 144 लागू है, जिसके चलते यह कार्रवाई की गई। हिरासत में लिए गए लोगों में वांगचुक के साथ लगभग 150 अन्य लोग शामिल हैं। वांगचुक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर इस घटना के बारे में जानकारी साझा की।
सोनम वांगचुक, जो कि पर्यावरण और स्थानीय अधिकारों के लिए सक्रिय रूप से आवाज उठाते हैं, हरियाणा से दिल्ली की ओर अपनी ‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ के दौरान पुलिस द्वारा रोके जाने पर दुखी थे। उन्होंने लिखा, “हमें और हमारे 150 साथी पदयात्रियों को दिल्ली बॉर्डर पर सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने हिरासत में ले लिया है। हम शांतिपूर्वक बापू की समाधि की ओर मार्च कर रहे थे।” वांगचुक ने इस स्थिति को भारतीय लोकतंत्र के लिए एक बड़ी विफलता बताया।
यह पदयात्रा लद्दाख के लोगों की चिंताओं को सरकार के समक्ष लाने के लिए निकाली गई थी, जिसमें लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग प्रमुख है। यह कदम स्थानीय लोगों को अपनी सांस्कृतिक पहचान और भूमि की रक्षा के लिए आवश्यक कानून बनाने की शक्ति प्रदान करेगा। वांगचुक और उनके लगभग 75 स्वयंसेवकों ने 1 सितंबर को लेह से यह मार्च शुरू किया था।
सोनम वांगचुक ने पहले भी कहा था कि यह यात्रा सरकार को पांच साल पहले किए गए वादों की याद दिलाने के लिए है। हिमाचल प्रदेश में पहुंचने पर उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि सरकार अपने वादे पूरे करे, जो उसने हमें पिछले पांच वर्षों में किए थे।”**
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए इसे ‘अस्वीकार्य’ बताया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे लोगों को हिरासत में लेना गलत है। राहुल ने ट्वीट किया, “यह प्रधानमंत्री मोदी की असहिष्णुता का परिचायक है।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी, और वांगचुक से मिलने का प्रयास किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि वह आज दोपहर 1 बजे बवाना पुलिस स्टेशन जाएंगे, जहां वांगचुक और उनके समर्थक हिरासत में हैं।
सोनम वांगचुक की हिरासत के खिलाफ करगिल डेमोक्रेटिक अलायंस (केडीए) और एपेक्स बॉडी, लेह (एबीएल) ने लद्दाख बंद का आह्वान किया है। इसके अलावा, कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि किसानों, पर्यावरणविदों और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने वालों के लिए दिल्ली के दरवाजे बंद कर देना एक पाप है।
सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों की हिरासत ने दिल्ली में लोकतांत्रिक अधिकारों और स्वतंत्रता के मुद्दे को एक बार फिर से प्रमुखता से उठाया है।