
हरिद्वार/नैनीताल: उत्तराखंड में मौसम ने अचानक करवट ली है और राज्य के कई हिस्सों में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। खासकर हरिद्वार और नैनीताल में लगातार हो रही बारिश ने जहां लोगों को भीषण गर्मी से राहत दी है, वहीं कई जगह जलभराव और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं भी देखने को मिल रही हैं।
हरिद्वार में गर्मी से मिली राहत
धर्मनगरी हरिद्वार में शुक्रवार सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। तेज हवाओं और गरज के साथ शुरू हुई मूसलाधार बारिश ने इलाके का मौसम खुशनुमा बना दिया है। बीते एक सप्ताह से हरिद्वार भीषण गर्मी और उमस का सामना कर रहा था, जिससे लोग बेहाल थे। ऐसे में आज की बारिश ने लोगों को बड़ी राहत दी है। तापमान में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है, जिससे वातावरण में ठंडक घुल गई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बीते दो दिनों से गर्मी का प्रकोप बहुत ज्यादा था और सभी बारिश का इंतजार कर रहे थे। मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के अनुसार, 12 जून से उत्तराखंड में मौसम सक्रिय होने की संभावना जताई गई थी, जो आज सही साबित हुई।
हालांकि, बारिश के कारण हरिद्वार के कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है। इससे आमजन को आने-जाने में परेशानी हो रही है। खासकर बाजारों और मुख्य सड़कों पर पानी भरने से यातायात भी प्रभावित हुआ है।
नैनीताल में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
वहीं, नैनीताल में भी शुक्रवार सुबह से तेज बारिश जारी है। लगातार बारिश के कारण शहर के मुख्य इलाकों जैसे माल रोड, तल्लीताल और मल्लीताल में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है। कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम लग गया है, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश की वजह से बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है और सड़क किनारे दुकानों पर खरीदारों की संख्या घट गई है। स्कूल जाने वाले बच्चों और ऑफिस जाने वाले कर्मचारियों को भी भारी परेशानी हो रही है। वहीं, नैनीताल-भवाली मोटर मार्ग पर कुछ स्थानों पर मलबा गिरने की सूचना मिली है, हालांकि किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने आज प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश और बिजली चमकने की चेतावनी जारी की है। विशेष रूप से हरिद्वार और उधम सिंह नगर में तेज बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है। विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
उत्तराखंड में यह बारिश गर्मी से राहत तो लाई है, लेकिन इससे उत्पन्न समस्याओं ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल भी खड़े कर दिए हैं।