
बिना सूचना अचानक बढ़ाई गई फीस
देहरादून के एक निजी स्कूल ने अभिभावकों को बिना किसी पूर्व सूचना के 35% तक फीस बढ़ाने का फरमान सुना दिया, जिससे अभिभावकों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन ने न तो कोई बैठक बुलाई और न ही फीस वृद्धि को लेकर कोई जानकारी साझा की।
डीएम से मिले अभिभावक, सौंपा ज्ञापन
शुक्रवार, 28 मार्च को नाराज अभिभावक देहरादून के जिलाधिकारी (डीएम) कार्यालय पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने एडीएम को भी ज्ञापन सौंपा और स्कूल प्रबंधन द्वारा मनमाने ढंग से बढ़ाई गई फीस को तत्काल वापस लेने की मांग की।
जांच के आदेश, बनेगी कमेटी
डीएम सविन बंसल ने अभिभावकों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए हैं। यह कमेटी स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी फीस वृद्धि की विस्तृत जांच करेगी।
स्कूल के बाहर भी हुआ था विरोध प्रदर्शन
गुरुवार को भी अभिभावकों ने स्कूल के बाहर इकट्ठा होकर विरोध जताया था। कई घंटों तक चले इस प्रदर्शन के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी मौके पर पहुंचे और आश्वासन देकर अभिभावकों को शांत किया। इसके बावजूद अभिभावकों ने अपनी मांगों को लेकर डीएम कार्यालय का रुख किया।
फीस वृद्धि का ब्योरा
- आठवीं कक्षा: पिछले साल की तिमाही फीस ₹13,180 थी, इस साल ₹16,500 कर दी गई।
- द्वितीय कक्षा: पिछले साल ₹12,340 थी, इस बार ₹15,000 कर दी गई।
- प्रवेश शुल्क: पहले ₹50,000 था, अब ₹75,000 कर दिया गया।
- अन्य गतिविधियों का शुल्क: पहले ₹10,500 था, अब ₹16,500 कर दिया गया।
अभिभावकों की मांग: वापस हो फीस वृद्धि
अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि निजी स्कूलों की मनमानी पर रोक लगाई जाए और बिना उचित प्रक्रिया के बढ़ाई गई फीस को तुरंत वापस लिया जाए। प्रशासन द्वारा गठित जांच कमेटी से इस मुद्दे के समाधान की उम्मीद की जा रही है।