पौड़ी: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के बीजीआर परिसर में डॉ. बी. गोपाल रेड्डी की प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया गया। यह प्रतिमा पहले पौड़ी के पुराने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थापित थी। छात्रों की लंबे समय से मांग थी कि इसे विश्वविद्यालय परिसर में स्थानांतरित किया जाए। पौड़ी जिलाधिकारी आशीष चौहान ने इस मांग को पूरा करते हुए प्रतिमा का अनावरण किया।
गोपाल रेड्डी का योगदान प्रेरणादायक:
इस अवसर पर जिलाधिकारी आशीष चौहान ने डॉ. बी. गोपाल रेड्डी के शिक्षा और सामाजिक उत्थान के क्षेत्र में किए गए योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि रेड्डी का जीवन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह प्रतिमा छात्रों और समाज को उनके आदर्शों पर चलने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
छात्रों की मांग हुई पूरी:
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋत्विक असवाल ने बताया कि बीजीआर परिसर का नाम डॉ. बी. गोपाल रेड्डी के नाम पर रखा गया है, लेकिन परिसर में उनकी कोई प्रतिमा नहीं थी। छात्रों ने जिलाधिकारी से इसे विश्वविद्यालय में स्थानांतरित करने की मांग की थी। डीएम ने छात्रों की इस मांग को गंभीरता से लिया और आज इस प्रतिमा का अनावरण किया।
प्रतिमा का महत्व:
इस प्रतिमा के लगने से छात्रों को डॉ. बी. गोपाल रेड्डी के कार्यों और आदर्शों के बारे में जानकारी मिलेगी। साथ ही यह परिसर उनके योगदान और शिक्षा के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक बनेगा। छात्रों ने इस कदम के लिए खुशी जाहिर की और इसे प्रेरणादायक पहल बताया।
डॉ. बी. गोपाल रेड्डी की प्रतिमा अब बीजीआर परिसर में न केवल उनकी स्मृति को जीवित रखेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को उनके विचारों और कार्यों से प्रेरणा भी देगी।