कोटद्वार: पौड़ी जिले के कोटद्वार में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक व्यक्ति से लाखों रुपये ठगने वाले दो शातिर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया।
नौकरी के नाम पर 1.72 लाख की ठगी
कोटद्वार निवासी उजागर सिंह पुंडीर ने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि अमित रावत और अविनाश चमोली नाम के दो लोगों ने किसी प्रतिष्ठित संस्थान में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे 1 लाख 72 हजार रुपये ऐंठ लिए। आरोपियों ने पैसे लेने के बाद पीड़ित को लगातार टालना शुरू कर दिया। जब नौकरी नहीं लगी और आरोपियों की मंशा पर संदेह हुआ, तो उजागर सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तारी से बचने के लिए बदलते रहे ठिकाने
शिकायत मिलने के बाद कोटद्वार कोतवाली में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। पौड़ी एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए। गिरफ्तारी से बचने के लिए दोनों आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे, जिससे पुलिस को इन्हें पकड़ने में काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
इनाम घोषित कर दबिश तेज
आरोपियों की गिरफ्तारी को सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने दोनों के खिलाफ 5-5 हजार रुपये का इनाम घोषित किया। जांच के दौरान यह भी पता चला कि अमित रावत और अविनाश चमोली ने कई अन्य युवाओं को भी नौकरी का झांसा देकर फर्जी नियुक्ति पत्र थमाए और उनसे मोटी रकम वसूली।
देहरादून से दबोचे गए आरोपी
लगातार दबिश के बाद पुलिस ने आखिरकार देहरादून से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी काफी समय से ठगी के इस खेल में सक्रिय थे और कई युवाओं के सपनों को छलते हुए उनसे लाखों रुपये ठग चुके थे।
पुलिस की अपील
कोटद्वार पुलिस ने इस घटना के बाद आम जनता से अपील की है कि किसी भी अजनबी व्यक्ति के प्रलोभन में न आएं और नौकरी के नाम पर पैसे मांगने वाले लोगों से सतर्क रहें। साथ ही, ऐसे मामलों की तुरंत जानकारी पुलिस को दें।
इस गिरफ्तारी ने युवाओं को ठगने वाले एक गिरोह के मंसूबों पर पानी फेर दिया है और पुलिस की तत्परता से अन्य पीड़ितों को भी न्याय मिलने की उम्मीद जगी है।