
धर्म की ओर नया मोड़
फिल्म एक्ट्रेस और पूर्व मिस वर्ल्ड टूरिज्म इशिका तनेजा ने धर्म की राह पर चलने का निर्णय लिया है। उन्होंने मंगलवार को मध्यप्रदेश के जबलपुर में शंकराचार्य स्वामी सदानंद सरस्वती महाराज से गुरु दीक्षा ली। साध्वी वेश धारण कर इशिका ने अपने फिल्मी करियर और चमक-धमक भरी दुनिया को अलविदा कह दिया।
युवाओं को धर्म से जुड़ने का संदेश
गुरु दीक्षा के बाद इशिका ने कहा, “आज के पढ़े-लिखे युवाओं को धर्म से जुड़ना चाहिए। मैंने हमेशा धर्म और अध्यात्म में रुचि ली है और अब मैं अपना पूरा जीवन इसे समर्पित करना चाहती हूं। यह सही समय है कि युवा अपनी ऊर्जा और समय धर्म के लिए उपयोग करें।”
2017 में बनीं मिस वर्ल्ड टूरिज्म
इशिका तनेजा ने 2017 में मिस वर्ल्ड टूरिज्म (इंडिया) का खिताब जीता था। मलेशिया के मेलाका में आयोजित इस प्रतियोगिता में उन्हें “बिजनेस वुमन ऑफ द वर्ल्ड” का भी खिताब मिला। वे राष्ट्रपति द्वारा 100 वुमन अचीवर्स ऑफ इंडिया के लिए सम्मानित भी हो चुकी हैं।
धर्म के प्रति बचपन से रुचि
इशिका ने बताया कि वे बचपन से ही धार्मिक प्रवृत्ति की थीं। वे मेडिटेशन, इस्कॉन, और श्री श्री रविशंकर जी के साथ काम कर चुकी हैं। उनका मानना है कि अध्यात्मिकता को जीवन में अपनाने का यही सही समय है।
जबलपुर में गुरु दीक्षा लेने का कारण
इशिका ने जबलपुर में गुरु दीक्षा लेने के बारे में कहा, “मुझे पता चला कि शंकराचार्य सदानंद सरस्वती जी जबलपुर में हैं। उनके आदेश पर मैं यहां आई और गुरु मंत्र लिया। अब मैं उनके आदेशानुसार धर्म के मार्ग पर आगे बढ़ूंगी।”
शंकराचार्य का आध्यात्मिक संदेश
शंकराचार्य सदानंद सरस्वती ने कहा, “आध्यात्मिक चेतना जागने पर ही लोग गुरु की शरण में आते हैं। गुरु दीक्षा व्यक्ति को शक्ति संचय और आत्मिक शांति प्रदान करती है।”
फिल्म और मॉडलिंग का सफर
इशिका ने मधुर भंडारकर की फिल्म ‘इंदू सरकार’ और वेब सीरीज ‘हद’ में काम किया है। वे कई स्पोर्ट्स इवेंट्स में एंकरिंग और विज्ञापन में भी नजर आई हैं।
कौन हैं इशिका तनेजा?
2 सितंबर 1994 को जन्मीं इशिका ने मात्र 30 साल की उम्र में मिस वर्ल्ड टूरिज्म का प्रतिष्ठित खिताब जीता। वे भारत की 100 प्रमुख महिला अचीवर्स में शामिल रही हैं। अब, उन्होंने अपनी प्रसिद्धि और करियर को पीछे छोड़कर धर्म के मार्ग को चुना है।
इशिका का संदेश
“धर्म से जुड़ने का निर्णय मेरे जीवन का सबसे बड़ा कदम है। मुझे उम्मीद है कि मेरा यह कदम युवाओं को भी धर्म और अध्यात्म के प्रति आकर्षित करेगा।”