
देहरादून: उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। आगामी 23 जनवरी को मतदान होना है। ऐसे में 21 जनवरी की शाम 5 बजे चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। भाजपा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उत्तराखंड के दो से तीन शहरों में चुनावी जनसभा के लिए समय मांगा है।
भाजपा का प्रचार अभियान जोरों पर
भाजपा के नेता, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और तमाम मंत्री चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। भाजपा की कोशिश है कि इस बार नगर निकाय चुनाव में अधिक से अधिक सीटों पर जीत दर्ज की जाए। भाजपा के स्टार प्रचारकों में सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम शामिल है, जिनसे ऋषिकेश, रुड़की और हल्द्वानी में रैलियों के लिए समय मांगा गया है।
सीएम योगी की रैलियां: भाजपा को बड़ी उम्मीदें
भाजपा नेताओं का मानना है कि चुनाव प्रचार थमने से पहले 20 या 21 जनवरी को योगी आदित्यनाथ की रैलियां पार्टी को मजबूती देंगी। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के रैली कार्यक्रम को जल्द अंतिम रूप दिया जाएगा।
कांग्रेस का तंज: ‘भाजपा हार के डर से उठा रही है कदम’
कांग्रेस प्रवक्ता गिरिराज किशोर ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जब पार्टी हार के डर में होती है, तो हर हथकंडा अपनाती है। उन्होंने सीएम योगी को नेक्स्ट पीएम मानने के भाजपा के नजरिए पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति धामी सरकार की कमजोर स्थिति को दर्शाती है।
चुनावी नतीजों पर होगा असर?
योगी आदित्यनाथ की जनसभाओं से भाजपा को कितना फायदा होगा और कांग्रेस का आरोप कितना सटीक है, यह 23 जनवरी के मतदान के बाद ही साफ हो पाएगा।